Sanskrit Rap Slok Bhardwaj : कहते हैं जिनके हौसले बुलंद हों, वे अपने परिश्रम से जीवन की ऊंचाईयों को छूकर अपना लक्ष्य प्राप्त कर लेते हैं. कुछ ऐसा ही काशीपुर के होनहार युवक शगुन उर्फ श्लोक ने कुछ ऐसा कर जिसकी वजह से चारो तरफ उनकी वाहवाही हो रही है. दरहसल श्लोक ने जिस भाषा को पढ़ने और लिखने में लोगों के पसीने छूट जाते हैं उसी संस्कृत भाषा में एक रैप सांग गाकर इंडिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज करा कर देश का गौरव बढ़ाया है.
Sanskrit Rap Slok Bhardwaj : श्लोक को पहले भी मिल चुका है ये खिताब
श्लोक भारद्वाज बताते हैं की 2012 में जब वह स्कूली पढ़ाई कर रहे थे तभी उनके पिता का निधन हो गया था जिसके बाद परिवार के भरण पोषण की ज़िम्मेदारी उनके कन्धों पर आ गयी थी. जिसके बाद पढ़ाई के साथ नौकरी और अपना सिंगर बनने का सपना पूरा करने के हौसले ने ना तो चेन से जीने दिया न सोने ,दिन में नौकरी और रात को अपने सपनो की उड़ान ने श्लोक भारद्वाज के नाम कई खिताब लिख दिए पहले भी श्लोक भारद्वाज द्वारा देश के अंदर पहला ऐसा रैप सॉन्ग गाया गया जिसमें हर शब्द की शुरुआत ‘बा ‘ शब्द से ही हुई जिसे गाकर श्लोक ने इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड का खिताब अपने नाम कर लिया था , और अब भाषाओं की जननी संस्कृत भाषा को आगे बढ़ाने के प्रयास ने फिर एक और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड का खिताब श्लोक के नाम कर दिया।