लोकसभा चुनाव 2024 में हरियाणा में टिकट बंटवारे को देखें तो राज्य की राजनीति में 22% की भागीदारी वाले जाट समुदाय को बीजेपी ने दो टिकट दिए हैं। वहीं, 8% की आबादी वाले ब्राह्मण समुदाय के नेताओं को भी दो सीटों पर चुनाव मैदान में उतारा गया है। 2014 की तुलना में 2019 के लोकसभा चुनाव में हरियाणा में बीजेपी को जाटों से करीब ढाई गुना ज्यादा वोट मिले। इसके बावजूद 2019 में जाटों की उम्मीदवारी 2014 के बराबर ही रही। समझते हैं क्या हरियाणा के चुनावों में जाति का खेल।
हरियाणा में पिछले लोकसभा चुनाव के आंकड़ों को जातीय आधार पर देखें तो बीजेपी को सबसे ज्यादा वोट गैर जाट समुदायों से मिला है। जाटों से मिले वोट का आंकड़ा सबसे कम (मुसलमानों के बाद) है। 2014 में जहां गैर जाट समुदाय ने बीजेपी को 48% वोट दिया था तो 2019 में यह बढ़कर 74% हो गया। आगे टेबल में देखें पूरा आंकड़ा।
हरियाणा के गैर जाट समुदाय में से एक ब्राह्मण समुदाय को पिछले लोकसभा चुनाव में सोनीपत और रोहतक लोकसभा सीट पर बड़ी जीत मिली थी। एक वजह यह भी हो सकती है दो ब्राह्मणों को टिकट दिए जाने की।