थानाध्यक्ष गोविन्दघाट लक्ष्मी प्रसाद बिजल्वाण को बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर क्षेत्र भ्रमण के दौरान लामबगड़ के पास सड़क पर एक लावारिस बैग मिला, जिसके अंदर चैक करने पर *04 पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, 50,000 रुपए भारतीय धनराशि, 54,000 रिंगिट मलेशियन धनराशि, पावर बैंक, कपड़े* व आवश्यक दस्तावेज थे।
पुलिस द्वारा मित्रता सेवा ओर सुरक्षा की भावना को दृष्टिगत रखते हुए उक्त बैग को सुरक्षित अपने पास रखा गया तथा दस्तावेजों से बैग स्वामी के बारे मे जानकारी करने करने का प्रयास किया गया।
जिसके परिणामस्वरुप उक्त बैग सुंदरा गणेश पुत्र जॉनी थसेरा निवासी मलेशिया का होना पाया गया। जिनके संपर्क करके उन्हे गोविन्दघाट बुलाया गया व उनके द्वारा बताया गया कि वे 35 लोगों के बाइकर्स ग्रुप के साथ श्री बद्रीनाथ जी की यात्रा पर जा रहे थे जिनका लामबगड़ के पास बैग रास्ते में गिर गया व उनको इसका एहसास नहीं हुआ। बैग स्वामी अपने जरुरी दस्तावेजों के खोने से काफी चितिंत था व अपने बैग के सकुशल मिल पाने की उम्मीद बिल्कुल भी नहीं थी।
किन्तु चमोली पुलिस की ईमानदारी व कर्तव्य निष्ठा को देख इस विदेशी नागरिक की आंखों से खुशी के आँसू निकल पड़े और पुलिस की इस ईमानदारी को देख इनके द्वारा उत्तराखंड पुलिस की तहे दिल से भूरी-भूरी प्रशंशा की गई।